23-08-2008 08:34:25
मेरा जो दौर था
मुझको यकीन हो चला है
वो लौटकर अब नहीं आने वाला
अब न रहे तिलस्समी कहानियों के दिन
अब न कोई मोजज़ा होने वाला (mojzaa- miracle/चमत्कार )
वो लौटकर अब नहीं आने वाला
अब न रहे तिलस्समी कहानियों के दिन
अब न कोई मोजज़ा होने वाला (mojzaa- miracle/चमत्कार )
जिसका रंग सारे रंगों से और था
मेरी ज़िन्दगी में एक ऐसा भी दौर था
मेरी ज़िन्दगी में एक ऐसा भी दौर था
उनकी हर अदा बढ़ा देती थी मेरी धड़कन
उनका हर अंदाज़ काबिल -ए -गौर था
उनका हर अंदाज़ काबिल -ए -गौर था
मुझे भी बदल दिया है इस ज़माने ने
वो शख्स जो इतना शाद था कोई और था
वो शख्स जो इतना शाद था कोई और था
उड़ता रहता था मैं आज़ाद परिंदे सा
मेरा न कोई ठिकाना न ठौर था
मेरा न कोई ठिकाना न ठौर था
"तनहा " तो बस अब ज़िंदा है बेवजह
उसका जो दौर था वो कोई और था
उसका जो दौर था वो कोई और था
दिन वो कुछ सुहाने भी काश पलटकर आ पाते )
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