किनारों के पार
सुनते हैं
शोर गुल है बड़ा ,
रंगीनियाँ हैं भरपूर /
मैं न जाने क्यूँ
खामोश नदी सा
बह रहा हूँ
साहिलों से दूर दूर ..
KinaaroN Ke Paar
Sunte Hain
Shor Gul Hai Bada ,
RanginiyaN HaiN Bharpoor /
Main Na Jane KyuN
Khamosh Nadi Sa
Beh Raha Hun
SaahiloN Se Door Door ..
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