KAASH MAIN KUCHH AISAA KARUUN
26-06-2009 09:59:51
काश मैं कुछ ऐसा करूं
तेरे बारे में सोचकर
तेरी महफ़िल को देखकर
सोचता हूँ
रह जाऊं यंही
यंही पर उम्र गुज़ार दूँ .
कामयाबी बांटी
दौलत करी तकसीम
ये जो है
थोड़ा सा ग़म
वो किसको उधार दूँ .
है किस कशमकश में
किस सोच की
गिरफ्त में
आ चल तू साथ मेरे
मैं तेरा जीवन संवार दूँ .
मेरी ग़ज़ल में सबकुछ
हर रंग में नहाई है
आजा मैं अपना
हर इक लफ्ज़
आज तुझ पर वार दूँ .
जी में आता है
तुझको इतना प्यार दूँ
बेमिसाल तेरे
जमाल को
मैं अपने इश्क का श्रृंगार दूँ .
सोचता हूँ
तेरे संग
उम्र गुज़ार दूँ
...................... सोचता हूँ ..
Tanha Ajmeri
happy deepawali
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