GHAZAL
by Tanha Ajmeri on Tuesday, January 4, 2011 at 8:54am
सो रखे हैं सब लोग अभी मेरे शहर के ,
सो रखे हैं सब लोग अभी मेरे शहर के ,
माहौल-ए-फुगाँ होगा जंवा थोडा ठहर के /
उन सफीनों को ज़रा भी खबर न हुई ,
जिनके लिए लड़ता रहा कोई लहर से /
भागता जा रहा है डरा सा ये मुसाफिर क्यूँ ,
कोई तो बचा ले इसे ज़माने के कहर से /
दिल से न बन सका कोई यंहा मेहमान किसीका ,
पीता रहा हर शख्स यंहा प्याले ज़हर के /
कब ख़त्म होगा तमाशा घुटन औ जलन का ,
पूछे तो सही जाके कोई हाकिमे शहर से /
सो रखे हैं सब लोग अभी मेरे शहर के,
माहौल-ए-फुगाँ होगा जंवा थोडा ठहर के...
माहौल-ए-फुगाँ / फगां = atmosphere of distress and lamentation (here also..hustle bustle of life)
सफीना= boat
हाकिमे शहर = ruler of the city
सो रखे हैं सब लोग अभी मेरे शहर के ,
माहौल-ए-फुगाँ होगा जंवा थोडा ठहर के /
उन सफीनों को ज़रा भी खबर न हुई ,
जिनके लिए लड़ता रहा कोई लहर से /
भागता जा रहा है डरा सा ये मुसाफिर क्यूँ ,
कोई तो बचा ले इसे ज़माने के कहर से /
दिल से न बन सका कोई यंहा मेहमान किसीका ,
पीता रहा हर शख्स यंहा प्याले ज़हर के /
कब ख़त्म होगा तमाशा घुटन औ जलन का ,
पूछे तो सही जाके कोई हाकिमे शहर से /
सो रखे हैं सब लोग अभी मेरे शहर के,
माहौल-ए-फुगाँ होगा जंवा थोडा ठहर के...
माहौल-ए-फुगाँ / फगां = atmosphere of distress and lamentation (here also..hustle bustle of life)
सफीना= boat
हाकिमे शहर = ruler of the city
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