Thursday 19 January 2012

bebas safeena ( HELPLESS BOAT)

bebas safeena ( HELPLESS BOAT)

by Tanha Ajmeri on Thursday, January 19, 2012 at 6:35pm
                                 
भूल ही गया मैं  सामने उनके

के उनसे क्या मुझको कहना था /

साथ जो लेकर  गया था अपने
वो  कागज़  का पुर्जा  गया कंहा ?
डूबना है तो डूब ही जायें
जो यूँ फंसे हैं भंवर में हम/
साथ मेरे था जो कश्ती में
वो माहिर नाखुदा गया कंहा ?
हाथ पकड़कर जो खुद लाया था
गया यूँ फिर हाथ छुड़ाकर क्यूँ/
जो कहता था साथ रहेगा हरदम
वो शख्स जाँविदा गया कंहा ?
तनहा को अब मैखाने में भी
प्यासा ही रहना पड़ता है /
जो न होता था ख़ाली ही कभी
वो जादुई प्याला गया कंहा ?
भूल ही गया मैं  सामने उनके
के उनसे क्या मुझको कहना था..


  
saahil ke paas, phir bhi door.




No comments:

Post a Comment