Wednesday 31 July 2013

Kuchh alfaaz purane phir se

  1. मेरे सफ़र में मेरी दौड़ बेहद ही बुलंद है
    कोई ज़ंजीर मेरे पैरों से लोहा लेती नहीं /
    मंजिल हो नज़र में . न डगमगाएं कदम
    ऐसे जाँबाजों को रहगुज़र धोखा देती नहीं

  2. पद में वो जितने ऊंचे होते गए
    कद में उतने ही छोटे होते गए /
    कर के मुल्क की हालत को पतला
    मरियल नेता जी मोटे होते गए ..

  3. अपंग हुकूमत लाचार इंसान -
    .
    ज़र्रा ज़र्रा बीमार है इस फर्श से उस अर्श तक
    आग लग रखी है धुंआ उठ रहा है हर तरफ
    .
    सीधी होती रहगुज़र तो आसाँ होता ये सफ़र
    रास्ते को जहाँ भी देखो मुड़ रहा है हर तरफ
    .
    कैसे समेट ले कोई खुदको राहतों के दरर्मियाँ
    बर्बादी का अफसाना नया जुड़ रहा है हर तरफ .
    .
    आरज़ुएँ तमन्नाएँ ये पूरी कभी होती ही नहीं
    सजदे में सर इंसान का झुक रहा है हर तरफ
    .
    ज़र्रा ज़र्रा बीमार है इस फर्श से उस अर्श तक
    आग लग रखी है धुंआ उठ रहा है हर तरफ

  4. सुना मैंने किसी ने किया है
    उनसे बारीक एक सवाल ,
    लब उनके लरज़ रहे हैं
    वो दे दें जवाब शायद /
    ये सोचकर मैं भी
    ठहर गया हूँ ज़रा सा ,
    इबादत का मुझको मेरी
    वो दे दें सवाब शायद
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    सवाब : PUNYA in hindi; compensation, reward(esp. of obedience to God.. here..obedience to the lover)

Tuesday 30 July 2013

mohabbat meiN bhoolna ..


  1. मैं मान ही नहीं सकता कि तुम्हे है इसकी बाबत ज़रा भी इल्म /
    मोहब्बत के बारे में पढ़ लेने भर से कहाँ इसका पता चलता है

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    वो जो ऐलान कर डाला था तूने
    न मिलने का कभी भी मुझसे /
    काश तेरे और वादों की तरह
    वो भी झूटा निकल जाता
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overlapping stories

मैं जिसको अब तलक अपना समझता रहा

उस अफ़साने में देखे  क़िरदार हज़ारों थे /

सुकूँ की कश्ती में बैठ गुज़रना दुशवार था

ज़िन्दगी के समंदर में मझधार हज़ारों थे

Monday 29 July 2013

kaise hum kaise tum ??

मिलकर भी फ़ासला लिए बैठे हैं दरमियाँ
छुपा रखा हो न जाने क्या अपने अन्दर जैसे /
उसमें मुझमें फ़र्क है बस ज़रा सा ' तनहा '
वो हो खामोश नदी कोई औ' मैं समंदर जैसे

shakhs akela sa !!

दुनिया भर की दुश्वारियां जब घेर लें दामन दामन
गमगुसार जो हो कोई दरकार मेरे बारे में सोचना /
इस तरह हुजूम में रहकर न समझ पाओगे ज़रा भी
कभी रात की तन्हाई में बैठकर मेरे बारे में सोचना