कुछ कह दोगे तो छुप जाएँगी शायद बातें हमारी /
वर्ना  आसाँ  है  तेरी  ख़ामोशी  से  तेरे  प्यार  का  ज़ाहिर  होना 
,
कुछ इस तरह से है तेरी यादों का मुझपर असर /
जैसे ठंडी बूंदों का बरसात में नाजिल होना 
,
मालूम न था लुत्फ़ आएगा नींद में यूँ /
आँख लगते ही तेरा ख्वाब में हाज़िर होना ..
 
 
कानो मे कह गया कोई ..... खूबसूरत लफ़्ज़, आपकी आवाज़ हारमोनियम ....... बहुत खूब !!!!
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