Monday, 26 September 2011

yun bhi hota hai

कुछ  कह  दोगे  तो  छुप  जाएँगी  शायद  बातें  हमारी  / 
वर्ना  आसाँ  है  तेरी  ख़ामोशी  से  तेरे  प्यार  का  ज़ाहिर  होना
,
कुछ इस तरह से है तेरी यादों का मुझपर असर /
जैसे ठंडी बूंदों का बरसात में नाजिल होना
,
मालूम न था लुत्फ़ आएगा नींद में यूँ /

आँख लगते ही तेरा ख्वाब में हाज़िर होना ..

1 comment:

  1. कानो मे कह गया कोई ..... खूबसूरत लफ़्ज़, आपकी आवाज़ हारमोनियम ....... बहुत खूब !!!!

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