Monday, 26 September 2011

CURTAINS

वो रंग बिरंगे  पर्दे
 जो टाँगे थे तुमने  
खिडकियों और दरवाज़ों पर
अब धूल से सने हुए हैं,    

अच्छा ही है न
की रंग सब ढक गए हैं --
उन रंगों के पीछे छिपी
हम दोनों की बेरंग कहानी,
न तुम दोहराना चाहोगी
न मै - शायद --
किसी रंग का अब मुझे
कोई ऐतबार नहीं,
नए  पर्दे
 मै लगा न पाउँगा,
कुछ भी नहीं छुपाने लायक
फिर भी,
पुराने   पर्दे
 मै हटा न पाउँगा ....  

Tanha Ajmeri

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