shayari kya hai ? mujhse poochhte haiN log. mujhe dekh leejiye, dekh leejiye mere taur tareekoN ko. Philhal mujhe padh leeje. thoda andaza ho jayega aapko.ya phir apne ghar bula leejiye .ek shaam mere naam..shart hai ke aap lutfandoz ho jayeNge. kabhi sochta huN ke bewajah maujuda waqt meiN paida hue. Kisi badshaah ki baadshahat meiN rahe hote toh shayad hamara bhi kuchh naam hota. huzoor jaane deeje, shhayar se paalaa na hi padhey toh behtar hai.
Friday, 30 September 2011
Thursday, 29 September 2011
Kaun Sunta Hai ??
Tuesday, 27 September 2011
LAFZ
लफ्ज़ मेरे
साथ चलेंगे तुम्हारे
परछाई की तरह
सुनाई देंगे कभी नज़्म की सूरत
कभी रुबाई की
तरह
.
लफ्ज़ हैं सिर्फ पास मेरे
तुम्हारे साथ चलने के लिए
तुमसे प्यार करने के
लिए
.
अलफ़ाज़ के अलावा और हो भी तो क्या
जिंदगानी हमारी
की इन्ही के दम पे है टिकी
हमारी मोहब्बत
-ऐ-जवानी .
जो चाह दिल ने
कर दिया लफ़्ज़ों ने बयान
जो चाह मन
ने
लफ़्ज़ों ने कह दिया .
लफ्ज़ हैं सिर्फ पास मेरे
साथ
तुम्हारे हँसने के लिए
तुमसे कुछ कहने के लिए
.
दिल ही में रह जाये हर बात दिल की
तो फिर लफ़्ज़ों
की ज़रूरत क्या
लफ्ज़ -लफ्ज़ मन की हर बात न बोले
तो फिर लफ़्ज़ों
की हकीकत क्या .
लफ्ज़ हैं सिर्फ पास मेरे
तुम्हे देने के
लिए
तुम्हारा दिल लेने के लिए ,
लफ्ज़ ही हैं सिर्फ पास
मेरे
और कुछ भी नहीं
और कुछ भी नहीं .
manzilon se aagey
itna mat khoj re naadaan !!
सत्य और असत्य की खोज
छोड़ दी है मैंने अब
व्यर्थ थी खोज मेरी
व्यर्थ था मेरा सफ़र
दर -ब -दर तनहा
आवारा भटकता
खुद से दूर होता गया
पर हाथ न आया कुछ भी
मिला सिर्फ संदेह ,संशय
मन की न सुलझी उलझनें
अब मैंने ठाना है की
सिर्फ जियूँगा बेख़ौफ़ निडर
सत्य क्या , असत्य क्या
सोचूंगा नहीं मै
क्योंकि मैंने अक्सर
सत्य को असत्य
और असत्य को सत्य में
बदलते देखा है .
TANHA AJMERI
athkheli swapn ki..
athkheli swapn ki...
by Tanha Ajmeri on Saturday, September 17, 2011 at 9:25am
देर सुबह तक एक ख्वाब मेरा इतराता रहा था,
गो देखा उसे जिसका बरसों से इंतज़ार रहा था/
वो जिनका मेरी मंजिलों से न वास्ता ज़रा भी,
एक अंजान सफ़र में कुछ देर मेरे साथ चला था/
शक्ल नहीं और न ही कोई साया ही था उसका ,
मद्धिम सी याद की उसका नाम था भला सा/
देर सुबह तक एक ख्वाब मेरा इतराता रहा था,
मुस्कुराता रहा था बहुत इठलाता रहा था/
Monday, 26 September 2011
abhilasha
tod hi daale maine
aasmaan se
jitne bhi mile mujhko
ab
chand bhi mujhe chahiye
fakat taaroN se kya hoga..
tishnagi badhti gayi
jitne ghoont mai peeta gaya
ab
samandar ka mai talabgaar
sirf dariya
au' aabsharoN se kya hoga..
??
yun bhi hota hai
कुछ कह दोगे तो छुप जाएँगी शायद बातें हमारी /
वर्ना आसाँ है तेरी ख़ामोशी से तेरे प्यार का ज़ाहिर होना
,
कुछ इस तरह से है तेरी यादों का मुझपर असर /
जैसे ठंडी बूंदों का बरसात में नाजिल होना
,
मालूम न था लुत्फ़ आएगा नींद में यूँ /
आँख लगते ही तेरा ख्वाब में हाज़िर होना ..
kuchh hota hai kya?... mera naam sunkar...
मेरी तस्वीर तुमसे जलाई न जाएगी /
न ही ये दरीचे से उडाई ही जाएगी /
सोया न करो इसे रख के सिरहाने के नीचे /
इस तरह मेरी याद दिल से निकाली न जाएगी ...
जब मेरा नाम बातों में आता जो होगा
मेरा चेहरा तुमको याद आता तो होगा
तस्सवुर में नज़र आता होगा अक्स मेरा
बाहों में भरने को तुमको बुलाता तो होगा
तन्हाई में सबसे छुपकर ख़ामोशी में
ख़याल आकर मेरा गुदगुदाता तो होगा
शबे वस्ल जब भी कभी याद आती होगी
ख्वाब मीठा सा आकर रुलाता तो होगा
सोचने से वक़्त -ऐ -रुखसत के बारे में
एक अश्क आँखों में झिलमिलाता तो होगा
जब मेरा नाम बातों में आता जो होगा ....
Tanha Ajmeri
16th Jan. 2010
that green bench
बड़े से दरख़्त के नीचे
रखी वो हरी बेंच
कितनी अकेली है अब ..
बरसात में भीगती
धूप में सूखती
ज़ंग खाती चरमराती ..
धुंधले से पड़ गए हैं नाम हमारे
जो तुमने अपनेबालों की क्लिप से लिखे थे ..
सोचता हूँ किसी दिन तुम आ जाओ
तो हम कुछ पुराना दोहराएं
वही बातों का सिलसिला
वो मेरा गुनगुनाना
और तुम्हारा खिलखिलाना
तुम्हारा हाथ हिलाकर
उस चाय वाले को बुलाना
दस रूपए के चने खाना
हम दोनों का मंद मंद मुस्काना ..
अब.....
बेंच के आस पासकाफी घास उग आई है
सूखे पत्ते बिखरे पड़े हैं,
किसी दिन इन्ही में
दफन हो जाएगी ये बेंच..
पार्क का चौकीदार भी असमंजस में है..
कंहा चले गए वो दो लोग
जिन्हें रोज़ अँधेरे से पहलेसमय बताना पढता था ..
उम्र के इस पड़ाव में
सफ़ेद बाल लिएमै और तुम
क्या कुछ नहीं कर सकते
उस हरी बेंच के लिए ?..
- Charu Rana sir.ek ek shabd vastavikta ko bayan kar raha hai............veryyyyyyyy
y close 2 reality.........Thanx 4 shaing n tagging January 14 at 8:19pm · · 3 peopleLoading... - प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल हां जी तन्हा जी, वाह जी तन्हा जी... अपुन के बाल सफेद हो गये है... चलो बैठते है पेड के दांयी तरफ वाले बेंच पर...January 14 at 9:04pm · · 3 peopleLoading...
- Rakhi Khanduri wah bahut khoob !! shabdon ko ek maala mai pirokar jo jeevant chitran kiya haivah vaakai mai kaabile tareef hai. laga jaise us paark aur us bench se hamara barson se parichay hai.
adbhut!!January 14 at 9:05pm · · 4 peopleLoading... - Sheeba Aslam Fehmi Jinko mukhatib hai kya unhone bhi dekha is nazm ko?January 14 at 9:13pm · · 4 peopleLoading...
- Kapil Dobhal Har pyaar karne wale par sateek baithti hai ye kavita sir ji.January 14 at 9:52pm · · 2 peopleLoading...
- Tanha Ajmeri @Charu....sahi farmaya aapne. Shuqriya. @Prati ji...sorry, bhai-bhai saath nahi baith payenge, @Rakhi...shuqiya...ye shabdon ki jadugari kayam rahegi.@Ravi...thanks, @Sheeba....sirf shayari ki baatein hain.Hum likhne ko to kya kya likh jaate hain.Kash aisa kuchh sachmuch hua hota?@Kapil....sahi kaha KD.January 14 at 10:29pm · · 2 peopleLoading...
- Ramesh Joshi Wah sir ji. Aap to shabdon se poori kahani likh dete hain.Aisa lagta hai ki bus padte hi rahein.January 14 at 10:37pm · · 2 peopleLoading...
- H.c. Tewari Aapko kudret ka diya ye tohfa hai ki ap ik mahan sabdkar hei....hamei garb hai.....love u ...January 15 at 9:39am via mobile · · 1 personLoading...
- Rashmi Sharma bahut khoob!
sweet remembrance of golden days!!
reminded the gazal...humko ab tak ..... ...... ....... yaad hai!!!!January 16 at 11:12am · · 1 personLoading... - Minoo Bhagia bahut sunder ..ek gana yaad aa gaya...
tumhara aur mera naam jungle mein darakhton par likha hua hai , tum kabhi jaake mitao.....January 17 at 4:08pm · · 1 personLoading... - Zohra Javed FABULOUS...exceptionally beautiful...touching......
....... January 17 at 8:25pm · · 1 personLoading... - Rajeev Sahay Bahot hi impactful NAZM hai Ajmeri Sahab.. thanks for Tagging me,,January 19 at 4:20am · · 1 personLoading...
- Tanha Ajmeri Shahid Bhai, aap lutfandoz hue sabhi ki tarah, yahi is nazm ka kamaal hai !January 26 at 1:47pm ·
- Ambarish Rai aapne to dil hi nikalkarrakh diya. salute u.February 11 at 5:18pm · · 1 personLoading...
- Manjula Saxena i think i had written some long comment on this one ....can't find now ...have you reposted thisJuly 28 at 2:44pm · · 1 personLoading...
- Tanha Ajmeri yes Ma'am your valuable comments inspire me to do better.July 29 at 5:31pm · · 1 personLoading...
- Manjula Saxena Tanha Ajmeri ji ..must say quite smart profile photo :)20 hours ago · · 1 personLoading...