Sunday, 20 July 2014

Tere Mere Log


टेढ़े मेढे इन रास्तों पर
चलते ये टेढ़े मेढे लोग ,
सीधा सीधा जिन्हें समझे थे
ये वही हैं तेरे मेरे लोग /
वक़्त देके जिनको अपना सारा
खुद रह गए हाथ मलते,
काम आ रहे हैं अब तेरे कितना
वही जो थे तेरे मेरे लोग /
बेवफाई में जो अव्वल रहे
देते रहे जो हरदम फरेब,...
वफ़ा का सबक sikha रहे हैं
देखो ये कैसे कैसे लोग /
मिलना तो आखिर मिलना किससे
हर सू आडम्बर दिखावा ढोंग
सर्कस के से करतब दिखाते
सारे ये ऐसे वैसे लोग /
हमको हैं अब ये बता रहे
बुरा है क्या और है अच्छा क्या
नकल करते पर न अक्ल lagaate
ये वही हैं तेरे मेरे लोग /
टेढ़े मेढे इन रास्तों पर
चलते ये टेढ़े मेढे लोग ,
सीधा सीधा जिन्हें समझे थे
ये वही हैं तेरे मेरे लोग ..

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